गुरुद्वारा टकसाल संघत
श्रेणी धार्मिक
सासाराम में श्री गुरुतेग बहादुर जी महाराज जब चाचा फागूमल के घर जा रहे थे, तो रास्ते में उनका घोड़ा एक स्थान पर अड़ गया। यह स्थान भाई अचल सिंह एवं जीवो माई का था। गुरु जी ने कहा यह अवश्य पवित्र स्थान है अतः यहाँ गुरुद्वारा बनेगा जिसका नाम टकसाल संघत होगा। जीवो माई ने गुरुजी की इस अभिलाषा को पूर्ण करने के लिए इस स्थान को दान (वि0 संवत् 1723) कर दिया। उसी स्थान पर कालांतर में गुरुद्वारा बना जो टकसाल संघत के नाम से प्रसिद्ध है।
फोटो गैलरी
कैसे पहुंचें:
बाय एयर
निकटतम हवाई अड्डे - पटना, गया एवं वाराणसी.
ट्रेन द्वारा
निकटतम रेलवे स्टेशन - सासाराम.
सड़क के द्वारा
पुरानी जी.टी रोड पर अवस्थित है. पटना, आरा, दिल्ली, कोलकाता, रांची इत्यादी से जुड़ा है.