करमचट बांध
रोहतास जिले में सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थलों में से एक, चेनारी के पास, सासाराम से लगभग 35 किलोमीटर दूर है। सूर्योदय और सूर्यास्त के समय का दृश्य वास्तव में मंत्रमुग्ध करने वाला और दर्शनीय होता है।
1966 में आये भयंकर अकाल के बाद रोहतास के मैदानी भाग के जो असिंचित क्षेत्र हैं, उन्हें सिंचित करने हेतु ‘‘दुर्गावती जलाशय परियोजना’’ की परिकल्पना की गयी थी। तत्कालीन कृषि मंत्री ए.आर. क़िदवई और सिंचाई मंत्री के.एल.राव ने दुर्गावती बाँध स्थल का निरीक्षण किया और इसके निर्माण के लिये हरी झंडी दे दी। इसकी आधारशिला 10 जून 1976 को तत्कालीन केंद्रीय कृषि मंत्री बाबू जगजीवन राम ने रखी। वर्ष 1977 तत्कालीन सिंचाई मंत्री सच्चिदानंद सिंह द्वारा उच्च स्तरीय कमिटी गठित करके इसकी सारी अड़चनें दूर कर दी गयीं थी। आशा थी कि 1980 तक नहरों में पानी दे दिया जाएगा। लेकिन इस योजना पर ग्रहण लगता रहा। दिसम्बर 2011 में अंतिम रूप से सुप्रीम कोर्ट एव मंत्रालय से काम करने की अनुमति मिली। वर्ष 2012 के प्रारंभ में इस योजना पर फिर से काम शुरू हुआ। सन् 2014 आते-आते इसपर लगभग 1064 करोड़ रुपये खर्च हो गये। सरकार ने इस योजना से प्रभावित 184 लोगों को नौकरी भी दी। अंततः 15 अक्टूबर 2014 को इसका उद्घाटन तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री जीतन राम माँझी द्वारा हुआ और इस क्षेत्र के किसानों की आस पूरी हुई। इसकी पटवन क्षमता कुल (ग्रोस) कमांड एरिया (जी0सी0सी0ए0) में 40131 हेक्टेयऱ तथा कृषि कमांड एरिया (सी0सी0ए0) में 33467 हेक्टेयर है। बाँध की ऊँचाई 46.3 मीटर तथा लंबाई 1615.40 मीटर है। पानी क्षमता कुल भंडारण क्षमता 287.7 मिलियन क्यूबीक मीटर तथा उपयोगी भंडारण क्षमता 257.5 मिलियन क्यूबीक मीटर है। पूर्ण जलाशय स्तर पर डूब क्षेत्र 2337 हेक्टेयर है। जल स्रोत, कैमूर पहाड़ी के 627 वर्ग कि0मी0 क्षेत्र के वर्षा का पानी है। यहाँ से पूरब और पश्चिम दोनों तरफ नहरें निकाली गईं हैं। दायें मुख्य नहर की लंबाई 34.08 कि0मी0 तथा दायीं मुख्य नहर की लंबाई 22.6 किलोमीटर है। इनसे रोहतास ज़िले में चेनारी, शिवसागर तथा सासाराम प्रखंडों की 11695 हेक्टेयर भूमि तथा कैमूर ज़िले के रामपुर, भभुआ, भगवानपुर, कुदरा, मोहनियां तथा दुर्गावती प्रखंडों की 5572 हेक्टेयर भूमि सिंचित की जा सकेगी। इसके अतिरिक्त कुदरा वियर नहर से 16200 हेक्टेयर भूमि सिंचित की जा रही है।
फोटो गैलरी
कैसे पहुंचें:
बाय एयर
निकटतम हवाई अड्डे - पटना, गया एवं वाराणसी.
ट्रेन द्वारा
निकटतम रेलवे स्टेशन - सासाराम.
सड़क के द्वारा
पुरानी जी.टी रोड पर अवस्थित है. पटना, आरा, दिल्ली, कोलकाता, रांची इत्यादी से जुड़ा है.